
दिव्यांगों के लिये सरकार ने सकारात्मक पहल की शुरुआत की है। अब तक जो बाबुओं के चक्कर लगा लगा कर प्रमाणपत्र के लिये थक चुके थे उन के लिये खुशी की खबर है।अब हर जिले के सिविलसर्जन द्वारा एक विशेष वैन स्थानीय सरकारी अस्पतालों में भेजकर ऑन स्पॉट दिव्यांगता प्रमाणपत्र देने की शुरुआत कर दी गई है।इस वैन में चिकित्सक रहते हैं और दिव्यांगों की जाँच कर सरकारी नियमानुसार कौन कितना प्रतिशत दिव्यांग है वैसा प्रमाणपत्र देने की व्यवस्था सरकार ने कर दी है
। इसके लिये पहले से आशा कर्मियों द्वारा दिव्यांगों की सूची बनाकर उन्हें पहले ही सूचित कर दिया जाता है और जिसदिन ये शिविर लगती है उस दिन दिव्यांगों को बुलाकर या एम्बुलेंस से मँगवाकर उन्हें हाथों हाथ प्रमाणपत्र वितरित किया जा रहा है।इसी क्रम में आज मोकामा रेफरल हॉस्पिटल में एक शिविर के माध्यम से दिव्यांगों को हाथों हाथ प्रमाणपत्र दिया गया।वहीं खराब मौसम में जो नही आ पाये उन्हें अगले शिविर में पूर्व सूचना देकर प्रमाणपत्र दिया जायेगा। ये सरकार की ओर से दिव्यांगों के लिये एक सकारात्मक पहल के तौर पर देखा जा रहा है।
। इसके लिये पहले से आशा कर्मियों द्वारा दिव्यांगों की सूची बनाकर उन्हें पहले ही सूचित कर दिया जाता है और जिसदिन ये शिविर लगती है उस दिन दिव्यांगों को बुलाकर या एम्बुलेंस से मँगवाकर उन्हें हाथों हाथ प्रमाणपत्र वितरित किया जा रहा है।इसी क्रम में आज मोकामा रेफरल हॉस्पिटल में एक शिविर के माध्यम से दिव्यांगों को हाथों हाथ प्रमाणपत्र दिया गया।वहीं खराब मौसम में जो नही आ पाये उन्हें अगले शिविर में पूर्व सूचना देकर प्रमाणपत्र दिया जायेगा। ये सरकार की ओर से दिव्यांगों के लिये एक सकारात्मक पहल के तौर पर देखा जा रहा है।
(पटना ग्रामीण से रवि शंकर शर्मा की रिपोर्ट)