
अनुमण्डल में जन वितरण प्रणाली के दुकानदारों के खिलाफ जनाक्रोश बढ़ता जा रहा है, हर पंचायत में किसी ना किसी दुकानदार के खिलाफ व्यापक शिकायतें सामने आ रही है।
लोगों का कहना है कि अनाज उठाव के बाबजूद दुकानदारों द्वारा वितरण नही किया जा रहा है । लोगों को दुकानदार द्वारा कभी इस दुकान तो कभी उस दुकान की बात कहकर बहलाया जा रहा है ताकी कालाबाजारी की जा सके। इस कारण लोगों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है, एकाध अपवादों को छोड़ दें तो पहले भी जन वितरण दुकानदारों की छवि अच्छी नही रही है उस पर कोरोना काल मे इस तरह का आचरण निश्चय ही जनाक्रोश को हवा देने वाला है।
अधिकारियों के आगमन की भनक इन्हें पहले से लग जाती है और जिस दिन अधिकारी आते हैं उस दिन कुछ लोग को बुलाकर दे दिया जाता है लेकिन उनके जाते ही दुकानदारों का आचरण बदल जाता है , स्वभाविक है इस स्थिति में जब लॉक डाउन के कारण हजारों लोगों के घर अन्न का दाना नही है ऐसे में सरकार और पदाधिकारियों द्वारा जन वितरण प्रणाली के तहत वैसे जरूरत मंदों के घर राशन उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी दी गई थी परन्तु इन दुकानदारों ने संक्रमण काल को भी कमाई का जरिया बना लिया है।
(रिपोर्ट- रवि शंकर शर्मा )