
भारत के इतिहास का वह काला दिवस है जिस दिन भारत ने अपने सुनहरे भविष्य , युवाओं के प्रेरणास्रोत, महिलाओं को 33% का हक दिलाने वाले राजीव गांधी जी को खो दिया था। मात्र 40 वर्ष के उम्र में प्रधानमंत्री बनने वाले पहले नेता थे जिन्होंने भारत मे बहुत ही कम समय मे कंप्यूटर और कम्युनिकेशन के जगत में क्रांति लायी थी। आज अगर वो हमारे बीच होते तो भारत दुनियाभर में सबसे समृद्ध देश बन चुका होता। अमेरिका और चीन भी हमसे बहुत पीछे होते।मगर किस्मत को मंजूर न थी पर आज हमें गर्व इस बात का है कि राहुल गांधी जी मे उन्हीं के दिये संस्कार, और जन जन से जुड़ने की क्षमता है।हमें उनके साथ काम करने में गर्व महसूस होता है। राहुल गांधी जी उम्र में मोदी जी से बहुत छोटे होने के बावजूद भी कोई ओछी राजनीति नही करते, यही तो फर्क होता है एक संस्कारी कुलीन लोगों में और सड़क छाप लोगों में। आज मैं भारत रत्न राजीव गांधी जी के पुण्य तिथि पर उन्हें शत शत नमन करती हूं और ताउम्र उनके पदचिन्हों पर चलने की प्रतिज्ञा करती हूं।
पटना रविशंकर सिन्हा