
आस्था फाऊंडेशन द्वारा कोरोना वारियर्स सम्मान समारोह आयोजित किया गया।
आस्था फाऊंडेशन द्वारा कोरोना वारियर्स सम्मान समारोह आयोजित किया गया।
रियल हीरो कोरोना वारियर्स सम्मान से सम्मानित वर्ष 2020 में कोरोना एक भयानक महामारी के रूप में पुरे विश्व में फैला जिसने करोड़ों लोगों अपने आगोश में लिया और लाखों लोगों ने अपनी जान गंवाई ।
सबसे ज्यादा अगर मौत की आंकड़े पर गौर करें तो डायबिटीज से पीड़ित व्यक्तियों की मौत हुई है । डायबिटीज़ से मरने बाले लोगों की मौत का कारण सिर्फ यह था कि उनकी इम्युनिटी पॉवर कमजोर थी । इसलिए लोगों से बार बार यह निवेदन किया जा रहा था कि जो भी डायबिटीज , हाईपरटेंशन ,और मौटापे से पीड़ित हैं कोरोना से जरूर बचें । और बहुत सारे लोगों ने इस बात को माना जिस कारण डायबिटीज से पीड़ित व्यक्तियों का वलड सुगर हमेशा बढ़ा रहता था ।
क्योंकि शारिरीक श्रम नहीं कर पाने के कारण , घर में कैद रहने के कारण सुगर लेवल कभी कम नहीं होता था । उक्त बातें आस्था फाऊंडेशन द्वारा आयोजित कोरोना बारियरस सम्मान सह कोबिड एवं डायबिटीज पर वार्ता के दौरान बिहार के मशहुर युरोलाजिसट डा सत्यजीत सिंह ने आई एम ए हाल में कहीं । ऊनहौने कोरोना काल में किते गए समाजिक कार्यों के लिए कोरोना वारियर्स की सराहना की । बिहार कै मशहूर नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ सुनील कुमार सिंह ने कहा कि रियल हीरो समाज के ये कोरोना वारियर्स है जिन्होने अपनी जान की परवाह किए बिना लोगों की जान बचाई। उन्होंने कहा कि इन कोरोना वारियर्स के चलते ही बहुत सारे ग़रीब को भोजन और दवाई नसीब हुई । संस्था के सचिव पुरूषोत्तम सिह ने कहा कि जब लोग कोरोनि काल में एक दुसरे से मिलने से डरते थे बैसे समय में इन कोरोना वारियर्स ने सब कुछ छोड़कर सबसे पहले लोगों की जान कैसे बचें इसकी व्यवस्था की ।
ऐसे वारियर्स को सम्मानित करते हुए संस्था को गर्व हो रहा है । कार्यक्रम शुरू होने से पहले कोरोनाकाल में अपनी सेवाएं देते हुए जिन डाक्टरों , नर्सों , एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं की मौत हुई उनके लिए दो मिनट का मौन रखा गया । सम्मानित करने बारे डाक्टर में डा सत्यजीत सिंह , डा सुनील कुमार सिंह , डा ब्रजनंदन , डा परनय रंजन मौजुद थे । सम्मानित होने बाले में संजीव कर्ण , रौशन राज , डा अश्विनी कुमार , डा अमित , डा अभिषेक पाण्डेय , पन्ना श्रीमाली , कुन्दन कुमार मल्लिक , देवव्रत राय , नसीम रववानी , धनंजय मिश्रा । मंच संचालन संजीव कर्ण ने किया ।
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